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कैसा था अयोध्या में श्री राम मंदिर और किसने बनवाया था । How was Shri Ram temple in Ayodhya and who built it

भगवान राम की नगरी अयोध्या हजारों महापुरुषों की कर्म भूमि रही यह पवित्र भूमि हिंदुओं के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है।  यहां पर भगवान राम का जन्म हुआ था। यह राम जन्म भूमि है।  इस राम जन्म भूमि पर एक भव्य मंदिर बना था, जिसे तोड़ दिया गया था।  आओ जानते हैं कि वह भव्य मंदिर किसने बनवाया और केसा था वह मंदिर। शोध अनुसार पता चलता है कि भगवान राम का जन्म 5114 ईसवी पूर्व हुआ था। चैत्र मास की नवमी को रामनवमी के रूप में मनाया जाता है।   पुरातात्विक तथ्य  क्या कहते हे  अगस्त 2003 में पुरातात्विक विभाग के सर्वे में कहा गया था कि जहां बाबरी मस्जिद बनी थी, वहां मंदिर होने के संकेत मिले हैं।  भूमि के अंदर दबे खंबे और अन्य अवशेषों पर अंकित चिन्ह और मिली पाटरी से मंदिर होने के सबूत मिले हैं। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण द्वारा हर मिनट की वीडियोग्राफी और उसे चित्रण किया गया। इस खुदाई में कितनी ही दीवारें फर्श और बराबर दूरी पर स्थित 50 जगह से खम्बो के आधारों की दो कतारे पाई गई थी। एक शिव मंदिर भी दिखाई गया।  जीपीआरएस रिपोर्ट और भारतीय सर्वेक्षण विभाग की रिपोर्ट अब उच्च...
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श्री भिलट चालीसा। Shree Bhilat Chalisa

 भिलट चालीसा नाग चालीसा सुनने से जीवन के सरे कष्ट दूर हो जायेंगे।   श्री भिलट चालीसा   हिंदी में सुनने के लिए नीचे दिए लिंक पर जाये---------------

जीवन का कठोर सत्य नियति के आगे किसी की नहीं चलती । Truth of life

भगवान विष्णु गरुड़ पर बैठ कर कैलाश पर्वत पर गए। द्वार पर गरुड़ को छोड़ कर खुद शिव से मिलने अंदर चले गए। तब कैलाश की अपूर्व प्राकृतिक शोभा को देख कर गरुड़ मंत्रमुग्ध थे कि तभी उनकी नजर एक खूबसूरत छोटी सी चिड़िया पर पड़ी। चिड़िया कुछ इतनी सुंदर थी कि गरुड़ के सारे विचार उसकी तरफ आकर्षित होने लगे। उसी समय कैलाश पर यम देव पधारे और अंदर जाने से पहले उन्होंने उस छोटे से पक्षी को आश्चर्य की द्रष्टि से देखा। गरुड़ समझ गए उस चिड़िया का अंत निकट है और यमदेव कैलाश से निकलते ही उसे अपने साथ यमलोक ले जाएँगे। गरूड़ को दया आ गई। इतनी छोटी और सुंदर चिड़िया को मरता हुआ नहीं देख सकते थे। उसे अपने पंजों में दबाया और कैलाश से हजारो कोश दूर एक जंगल में एक चट्टान के ऊपर छोड़ दिया, और खुद बापिस कैलाश पर आ गया। आखिर जब यम बाहर आए तो गरुड़ ने पूछ ही लिया जीवन का कठोर सत्य नियति के आगे किसी की नहीं चलती । Truth of life कि उन्होंने उस चिड़िया को इतनी आश्चर्य भरी नजर से क्यों देखा था। यम देव बोले "गरुड़ जब मैंने उस चिड़िया को देखा तो मुझे ज्ञात हुआ कि वो चिड़िया कुछ ही पल बाद यहाँ से हजारों कोस दूर एक नाग द्वारा खा ली...

महाशिवरात्रि कब मनाये 18 या 19 फरवरी लोगों में बड़ा कंफ्यूजन फैला है mahashivratri shubh muhurt

 महाशिवरात्रि 2023  इस बार महाशिवरात्रि की तारीख को लेकर लोगों में बड़ा कंफ्यूजन फैला है. कुछ लोग 18 फरवरी को महाशिवरात्रि बता रहे हैं तो कुछ लोग 19 फरवरी को आइए आपको बताते हैं कि शिवरात्रि का महापर्व किस दिन मनाया जाएगा  महाशिवरात्रि कब मनाये 18 या 19 फरवरी  लोगों में बड़ा कंफ्यूजन फैला है mahashivratri shubh muhurt हिंदू पंचांग के अनुसार महाशिवरात्रि का त्यौहार हर साल फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है ऐसी मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव और देवी पार्वती का विवाह संपन्न हुआ था ऐसा भी कहा जाता है कि इस दिन भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंगों का धरती पर प्राकट्य हुआ था इस बार महाशिवरात्रि की तारीख को लेकर लोगों में बड़ा कंफ्यूजन है. कुछ लोग 18 फरवरी को महाशिवरात्रि बता रहे हैं तो कुछ लोग 19 फरवरी को. आइये आपको बताते हैं कि महाशिवरात्रि का पर्व किस दिन मनाया जाएगा कब मनाई जाएगी महाशिवरात्रि हिंदू पंचांग के अनुसार महाशिवरात्रि का त्यौहार शनिवार 18 फरवरी को रात 8:03 पर प्रारंभ होगा और इसका समापन रविवार 19 फरवरी को शाम 4:19 पर होगा चूँकि महाशिवरात्रि की...

Shree Sai Vrat Katha in Hindi

कोकिला बहन और उनके पति महेशभाई शहर में रहते थे । दोनों में एक - दुसरे के प्रति प्रेम - भाव था , परन्तु महेशभाई का स्वाभाव झगडालू था । बोलने की तमीज ही न थी । लेकिन कोकिला बहन बहुत ही धार्मिक स्त्री थी , भगवान पर विश्वास रखती एवं बिना कुछ कहे सब कुछ सह लेती । धीरे - धीरे उनके पति का धंधा - रोजगार ठप हो गया । कुछ भी कमाई नहीं होती थी । महेशभाई अब दिन - भर घर पर ही रहते और अब उन्होंने गलत राह पकड़ ली । अब उनका स्वभाव पहले से भी अधिक चिडचिडा हो गया ।   एक दिन दोपहर का समय था । एक वृद्ध महाराज दरवाजे पर आकार खड़े हो गए । चेहरे पर गजब का तेज था और आकर उन्होंने दल - चावल की मांग की । कोकिला बहन ने दल - चावल दिये और दोनों हाथों से उस वृद्ध बाबा को नमस्कार किया , वृद्ध ने कहा साईं सुखी रखे । कोकिला बहन ने कहा महाराज सुख मेरी किस्मत में नहीं है और अपने दुखी जीवन का वर्णन किया ।

Shri Rama Vandana Sanskrit hindi font

आपदामपहरत्ताराम दातारं सर्वसम्पदाम् I लोकाभिरामं श्रीरामं भूयो भूयो नमाम्यमहम् II रामाय रामभद्राय रामचन्द्राय मानसे I रघुनाथाय नाथाय सीतायाः पतये नमः II नीलाम्बुजश्यामलकोमलाङ्गं सीतसमारोपतिवामभागम I पाणौ महासायक चारु चापं नमामि रामं रगुवंशनाथम् II भवाब्धिपोतं भारताग्रजंतं भक्तप्रियं भानुकुल प्रदीपम्   I भूतादिनाथं भुवनाधिपत्यम् भजामि रामं भवरोग वैद्यम्   II लोकाभिरामं रणरंगधीरम् राजीवनेत्रं रघुवंशनाथम   I कारुण्यरूपं करुणाकरं तं श्री रामचंद्रम् शरणं प्रपद्ये   II

Shri Guru Vandana Arati Hindi

ऐ मेरे गुरुदेव करुणा सिंधु करुणा कीजिये   I हूँ अधम आधीन अशरण , अब शरण में लीजिये I ऐ मेरे गुरुदेव करुणा सिंधु करुणा कीजिये   I हूँ अधम आधीन अशरण , अब शरण में लीजिये I ऐ मेरे गुरुदेव करुणा सिंधु करुणा कीजिये   I