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Showing posts from June, 2018

Shree Sai Baba Pooja Vidhi In Hindi

शिरडी वाले साईं बाबा... यह लफ्ज जुंबा पर आते ही लोग बाबा को याद करने लगते हैं। गुरूवार का दिन साईं बाबा की आराधना का दिन माना जाता है। इस दिन साईं बाबा की पूजा या ध्यान करना बेहद ही शुभ होता है, इस दिन लोग बाबा को खुश करने के लिए पूर्ण विधि विधान के साथ व्रत रखते हैं। अगर आप भी इस दिन साईबाबा के नाम का व्रत रखना चाहते है तो इस विधि को अपनाए। 1-  ऐसा कहा जाता है कि साई बाबा का व्रत एक बार शुरू करने के बाद लगातार 9 गुरुवार तक किया जाना चाहिए।  2- बाबा के व्रत को रखने के लिए सुबह जल्दी उठाकर स्नान करने के बाद साईं बाबा की फोटो या मूर्ति की पूजा करनी चाहिेए। पूजा करते वक्त बाबा की मूर्ति या फोटों के नीचे पीले रंग का वस्त्र बिछाए। फिर फूलों की माला चढाए और स्वच्छ पानी से तस्वीर को पोछकर उस पर चंदन का तिलक लगाए। 3- मूर्ति या तस्वीर के सामने घी का दीपक जलाकर साई व्रत की कथा पढ़ें और साईं बाबा का ध्यान करें। 4- पूजा के भोग के लिए बेसन के लड्डू या फिर किसी भी मिठाई का प्रयोग करे और भोग लगाने के बाद उसे घर के सभी लोगों में बांट दें। 5- साईं बाबा के व्रत में ...

Shree Bhilat Baba Ka Itihas in Hindi

बाबा भीलट देव भोलेनाथ के वरदानी पुत्रो में से एक वरदानी अवतार भी है । जैसे भगवान राम ने राक्षसो एवम राक्षस प्रवति का नाश करने के लिये जन्म लिया उसी तरह बाबा भिलट देव ने उस ज़माने के तांत्रिको और जादूगरों का नाश करने के लिए अवतार लिया । प्यारे भक्तजनों बाबा भिलट देव का जन्म आज से लगभग ७०० - ८०० वर्ष पूर्व वर्तमान में हरदा जिले के छोटे से कसबे में रोलगाव में हुआ था । बाबा की माता का नाम मेदा बाई और पिता का नाम एलण था उस ज़माने में राणाओ का अपना अपना एरिया था तथा एलण राना का पूर्व एरिया रोलगाव तक था । चुकी एलन राना की शादी होने के कइ वर्षो तक माता मेटा को कोई संतान नही थी इसलिए गावके लोगो द्वारा बाज्हपान का ताना सुनते सुनते दोनों दम्पति दे रोलगाव छोड़ने का मन बना लिया । दोनों दम्पति बाबा भोलेनाथ के परम भक्त थे कुछ गाव में अची महिलाओ के द्वारा यह कहा गया की मेदा तू तो माता पार्वती एवम् भोलेनाथ की बड़ी अची सेवा , पूजा और भक्ति कर...